प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान मौनी अमावस्या के पावन स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से भगदड़ मच गई। संगम नोज के करीब हुई इस भगदड़ में दर्जनों श्रद्धालु घायल हो गए हैं। प्रशासन की ओर से घायलों को तत्काल केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। गंभीर रूप से घायल लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
संगम पर भीड़ बढ़ने से बिगड़ा हालात
महाकुंभ मेले की ओएसडी आकांक्षा राणा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि संगम क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ के दबाव के कारण भगदड़ की घटना हुई। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। घायलों को तत्काल उपचार मुहैया कराने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिससे उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके।
#WATCH | #Mahakumbh | Prayagraj, Uttar Pradesh: On the reports of a stampede at the Maha Kumbh, Special Executive Officer Akanksha Rana says, “On the Sangam routes, a stampede-like situation arose after some barriers broke. Some people have been injured. They are under treatment.… pic.twitter.com/SgLRVXMlgf
— ANI (@ANI) January 28, 2025
कैसे हुई भगदड़?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भीड़ अधिक बढ़ने से कुछ महिलाओं को सांस लेने में परेशानी हुई, जिससे वे गिर पड़ीं। इसके बाद लोगों में घबराहट फैल गई और भगदड़ की स्थिति बन गई। इस दौरान बैरिकेडिंग टूटने से कई लोग घायल हो गए। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
महाकुंभ मेले में क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू
हादसे के बाद प्रशासन ने महाकुंभ क्षेत्र में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। श्रद्धालुओं की एंट्री को फिलहाल रोक दिया गया है और शहर के बाहर ही जत्थों को नियंत्रित किया जा रहा है। इसके अलावा, 10 से अधिक जिलाधिकारियों को क्राउड मैनेजमेंट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रयागराज के बॉर्डर क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
अस्पतालों में छावनी जैसा माहौल, मीडिया की एंट्री बंद
केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। घायलों के इलाज में किसी भी तरह की बाधा न आए, इसके लिए मीडिया कर्मियों को अस्पताल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। प्रशासन का कहना है कि सभी घायलों को जल्द से जल्द इलाज उपलब्ध कराया जाएगा और स्थिति को सामान्य करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
प्रशासन का दावा – कोई हताहत नहीं
फिलहाल, प्रशासन का कहना है कि हादसे में किसी की मृत्यु नहीं हुई है। लगभग 20-25 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में प्रशासन के लिए भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।a