Shahjahanpur gas leak: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के पंडित राम प्रसाद बिस्मिल राजकीय मेडिकल कॉलेज में रविवार को एक गंभीर घटना हुई, जब ऑपरेशन थिएटर से जहरीली गैस रिसाव की सूचना मिली। इस घटना के कारण अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों में सांस लेने में कठिनाई होने लगी। इस घटना के बाद मरीजों को तुरंत वार्ड से बाहर निकाला गया ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मौके पर दमकल और पुलिस की टीमें पहुंचीं और स्थिति को काबू में किया गया। अधिकारियों ने यह बताया कि किसी को भी इस घटना में कोई चोट नहीं आई है, जो एक बड़ी राहत की बात है।
घटना के दौरान जहरीली गैस के रिसाव से अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों में दहशत फैल गई। मरीजों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें प्रभावित वार्डों से बाहर निकाला गया और अस्पताल में तत्काल अलर्ट जारी कर दिया गया। दमकल विभाग की टीम ने तेजी से कार्यवाही करते हुए रिसाव की जांच शुरू की और गैस के स्रोत को सील करने में सफलता हासिल की। पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया और अस्पताल के बाहर और अंदर स्थिति नियंत्रण में रखी।
Shahjahanpur के जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि फॉर्मेलिन गैस के रिसाव की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि घटना की वजह जानने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। डीएम ने कहा कि गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी जरूरी सुरक्षा उपाय किए जाएं।
प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि फॉर्मेलिन नामक एक जहरीली गैस ऑपरेशन थिएटर के क्षेत्र से लीक हुई है। फॉर्मेलिन का उपयोग आमतौर पर मेडिकल लैब में नमूनों को संरक्षित करने के लिए किया जाता है, लेकिन यह अत्यंत जहरीली और सांस लेने में कठिनाई पैदा करने वाली गैस होती है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि रिसाव किस कारण हुआ, लेकिन संभावित कारणों में उपकरण की खराबी या रखरखाव में चूक शामिल हो सकती है। जांच टीम इस पर विस्तार से काम कर रही है।
Shahjahanpur अस्पताल प्रशासन और जिला अधिकारियों ने मिलकर मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है और मेडिकल सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। ऑपरेशन थिएटर को अभी जांच पूरी होने तक बंद रखा जाएगा। इस घटना से उठाए गए कदम और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अस्पताल में आवश्यक सुधार लागू किए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
यह घटना अस्पताल सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों की अहमियत को फिर से उजागर करती है। प्रशासन द्वारा जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की घोषणा से स्थानीय लोगों को राहत मिली है और उम्मीद जताई जा रही है कि आगे ऐसी कोई लापरवाही नहीं होगी।