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Sunday, January 12, 2025
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New Year 2025: अयोध्या, वाराणसी और मथुरा, नववर्ष पर यूपी के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ ने बढ़ाया उत्साह

New Year 2025: नया साल हर कोई अपने तरीके से मनाने में जुटा है।लोगो ने ठानी है कि नया साल भगवान के चरणों में मनाएंगे, जश्न के लिए उत्तर प्रदेश में मंदिरों और प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में श्रद्धालुओं का मेला सा लगा हुआ है। सुरक्षा उपायों और भीड़ प्रबंधन योजनाओं के साथ प्रशासन भी तैयार है ताकि लोग भगवान का दर्शन कर नए साल की शुरुआत करें। भगवान राम की जन्मभूमि से जुड़ा पवित्र शहर अयोध्या 2025 की आध्यात्मिक शुरुआत के लिए मंदिरों और पवित्र स्थलों पर आने वाले तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ का स्वागत करने के लिए तैयार है।

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यूपी के मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है, नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान राम का आशीर्वाद लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। अयोध्या और उसके पास के एरिया में होटल पूरी तरह से आरक्षित हो चुके हैं और मंदिर ट्रस्ट ने अपेक्षित भीड़ को प्रबंधित करने के लिए दर्शन का समय बढ़ा दिया है। एक होटल के मालिक अंकित मिश्रा ने कहा, “हम श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार हैं और हमारे सभी कमरे 15 जनवरी तक आरक्षित हैं।”हिंदू नववर्ष मार्च-अप्रैल के आसपास मनाया जाता है, लेकिन कई श्रद्धालु अंग्रेजी कैलेंडर वर्ष के पहले दिन रामलला के दर्शन करते हैं। स्थानीय पुजारी रमाकांत तिवारी ने बताया, “कई लोग भगवान राम के आशीर्वाद के साथ वर्ष की शुरुआत करना चाहते हैं।”

धार्मिक आयोजनों से गूंज उठे यूपी के मंदिर

भगवान शिव की आध्यात्मिक नगरी वाराणसी में भी ऐसा ही कुछ हाल देखा जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर ने 31 दिसंबर से एक जनवरी तक “स्पर्श दर्शन” पर प्रतिबंध लगा दिया है। भक्तो को दूर से ही भगवान के दर्शन करने की अनुमति होगी।

भगवान कृष्ण की नगरी में भी भारी भीड़ देखी जा सकती है।मथुरा-वृंदावन में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। मंदिर के अधिकारियों ने बुजुर्गों, बीमारों और बच्चों से भीड़भाड़ वाले समय में मंदिर में आने से बचने का आग्रह किया है। मंदिर ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त वन-वे प्रवेश और निकास प्रणाली लागू की है। सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है और वृंदावन में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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