RBI UPI Credit Line Policy: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नई मौद्रिक नीति की घोषणा के साथ ही एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) के दायरे को बढ़ा दिया है। एआरबीआइ की घोषणा के अनुसार कर्जदारों को बैंकों से डिजिटल क्रेडिट लाइन का उपयोग करने के लिए अब यूपीआई का उपयोग कर सकेंगे। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, “यूपीआई ने भारत में खुदरा भुगतान की परंपरा को बदल दिया है। समय-समय पर नए उत्पादों और सुविधाओं को विकसित करने के लिए यूपीआई की मजबूती का लाभ उठाया गया है।”
कैसे मिलेगा लाभ
यूपीआई (UPI) के नए नियम के बाद उधारकर्ता को यूपीआई के द्वारा अब “अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें” जैसे डिजिटल क्रेडिट लाइनों का इस्तेमाल करने के लिए सक्षम बनाया जाएगा। भारत के डिजिटलीकरण लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यूपीआई का उपयोग पहले से ही किया जा रहा है। इसमें RuPay क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने की अनुमति हाल ही में बनी है।
तेजी से बढ़ रहा यूपीआई का यूज
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई के उपयोग की भारत में जबरदस्त बढ़त देखने को मिल रही है। वहीं साल दर साल के आधार पर रीयल-टाइम पेमेंट में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही पिछले 12 महीनों में यूपीआई के द्वारा पेमेंट में तेजी आयी है और यूपीए से प्रतिदिन के लेनदेन का आंकड़ा 36 करोड़ को पार कर गया है।
आने वाले दिन में और बढ़ सकता है आंकड़ा
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की बढ़ती मांग को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि यूपीआई से प्रतिदिन लेनदेन का आंकड़ा आने वाले तीन सालों में लगभग 1 बिलियन तक पहुंच सकता है।