Akhilesh Yadav News: गृह मंत्री अमित शाह के हालिया लखनऊ दौरे के बाद यूपी की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर राज्य सरकार ने पुलिस में 60 हजार से अधिक नियुक्तियों को अपनी बड़ी उपलब्धि बताया, वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर स्थाई डीजीपी की नियुक्ति, लापता आईएएस अधिकारियों और संदिग्ध खजाने जैसे गंभीर मुद्दों को उठाते हुए बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। अखिलेश ने कहा कि अगर सरकार वास्तव में प्रदेश के हित में काम कर रही होती, तो अब तक यूपी को स्थायी डीजीपी मिल गया होता।
स्थायी डीजीपी की मांग फिर गूंजी
सपा प्रमुख ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब बड़े नेता दौरे पर आते हैं, तो जनता को उम्मीद होती है कि शासन से जुड़ी बड़ी समस्याओं का समाधान मिलेगा। लेकिन एक बार फिर उत्तर प्रदेश को कार्यवाहक डीजीपी के सहारे छोड़ दिया गया। आईपीएस राजीव कृष्ण की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रदेश को स्थिर और जिम्मेदार नेतृत्व की जरूरत है, न कि तात्कालिक व्यवस्था की।
इसके साथ ही उन्होंने फरार आईएएस अधिकारी और पड़ोसी राज्य से जुड़े कथित खजाने की गुमशुदगी का भी मुद्दा उठाया, जो हाल के दिनों में चर्चा का विषय रहा है।
बीजेपी को बताया अपराधियों का संरक्षणदाता
अखिलेश यादव ने बीजेपी को ‘राजनीतिक गिरोह’ की संज्ञा दी और कहा कि इस पार्टी में अपराधियों की भरमार है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भू-माफियाओं को संरक्षण देती है और गरीबों की जमीनों पर कब्जा करवा रही है। सपा अध्यक्ष के अनुसार, प्रदेश में अराजकता का माहौल है और हर सरकारी विभाग भ्रष्टाचार से ग्रस्त है।
उन्होंने दावा किया कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह चरमराया हुआ है और आम जनता सरकारी व्यवस्था पर से भरोसा खो चुकी है।
2027 में बदलाव की चेतावनी
अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रदेश की जनता बीजेपी की “धांधली स्क्वाड” को चुनाव में पूरी तरह ध्वस्त कर देगी। उनके अनुसार, जनता अब किसी राजनीतिक चाल में नहीं फंसने वाली और असली बदलाव की शुरुआत जल्द होने वाली है।
सपा मुखिया Akhilesh Yadav के इस बयान से साफ है कि पार्टी ने अभी से चुनावी जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है, और भाजपा के हर राजनीतिक कदम पर तीखी नजर रखी जा रही है।