Gonda BJP controversy: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष अमर किशोर एक नए विवाद में फंस गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में उन्हें एक महिला कार्यकर्ता के साथ भाजपा कार्यालय में बातचीत करते और कुछ करीबी पलों में देखा गया है। वीडियो की टाइमिंग 4 दिसंबर, 2025 की रात 9:39 बजे की बताई जा रही है, जिसे “CAM 6” नामक सुरक्षा कैमरे ने रिकॉर्ड किया। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर आया, पूरे जिले में हलचल मच गई और पार्टी की छवि को लेकर बहस शुरू हो गई।
रात के 9.39 बजे हैं। Video उत्तर प्रदेश में गोंडा जिले के BJP दफ्तर की है। जिलाध्यक्ष अमर किशोर एक महिला को लेकर आते हैं। आलिंगन जिलाध्यक्ष जी CPR देते भी दिखते हैं, फिर एक फ्लोर ऊपर चले जाते हैं। वहां की फुटेज अभी प्राप्त नहीं हुई है।
जिलाध्यक्ष का बयान –
"महिला कार्यकर्ता की… pic.twitter.com/WSCap0CfcO— Sameer Lohiya (@LohiyaLohiya) May 25, 2025
वीडियो में अमर किशोर और एक महिला भाजपा कार्यकर्ता को पार्टी कार्यालय के भीतर एक साथ प्रवेश करते और बातचीत करते देखा गया है। वीडियो में कुछ ऐसे क्षण हैं, जिन्हें लेकर जनता में नाराजगी है और कुछ लोगों ने इसे अनैतिक करार दिया है। वीडियो के अंतिम हिस्से में दोनों को भवन की दूसरी मंजिल की ओर जाते हुए देखा गया, लेकिन उस मंजिल की फुटेज अब तक सामने नहीं आई है।
इस Gonda वीडियो के प्रसारित होते ही विपक्षी दलों ने भाजपा पर नैतिकता और महिला सुरक्षा के मुद्दों को लेकर हमला बोल दिया है। वहीं, स्थानीय लोगों में भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर असंतोष देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग भाजपा नेतृत्व से जवाब मांग रहे हैं और यह जानना चाहते हैं कि ऐसे आचरण पर पार्टी की क्या प्रतिक्रिया है।
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अमर किशोर ने अपना पक्ष साफ करते हुए कहा, “महिला कार्यकर्ता अचानक अस्वस्थ हो गई थी। उसे चक्कर आ रहे थे, तो मैंने उसकी मदद की।” उन्होंने यह भी दावा किया कि जरूरत पड़ने पर उन्होंने CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देने की कोशिश की। हालांकि, वीडियो देखकर बहुत से लोग उनके इस दावे को संदिग्ध मान रहे हैं और उनका कहना है कि स्थिति स्पष्ट नहीं है।
भाजपा Gonda के लिए यह घटना संवेदनशील बन गई है, खासकर तब जब पार्टी अपने घोषणापत्र और सार्वजनिक मंचों पर महिला सशक्तिकरण की बात करती रही है। पार्टी अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं कर पाई है, जिससे असमंजस और बढ़ गया है।
इस घटना ने सोशल मीडिया की ताकत और राजनीतिक गतिविधियों पर उसकी नजर का प्रभाव भी उजागर किया है। अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि भाजपा इस मामले में क्या कदम उठाती है और अमर किशोर के भविष्य का राजनीतिक फैसला क्या होता है।