Kanpur News : पनकी पावर हाउस में कार्यरत एक इंजीनियर की बाल प्रतिरोपण (हेयर ट्रांसप्लांट) के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना 14 मार्च को एक निजी क्लीनिक में हुई, लेकिन मामला दर्ज होने में पूरे 54 दिन लग गए। अब पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इंजेक्शन के बाद बिगड़ी तबीयत
मृतक इंजीनियर बाल झड़ने की समस्या को लेकर एक निजी क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने पहुंचे थे। परिजनों के अनुसार, डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के कुछ ही देर बाद उनके चेहरे पर सूजन आ गई और तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। गंभीर हालत में उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
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घटना के बाद परिजनों ने सीधे सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बावजूद, स्थानीय थाने में मामला दर्ज होने में करीब दो महीने का समय लग गया। परिजन इस देरी को लेकर प्रशासन और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
रावतपुर थाने में एफआईआर, जांच शुरू
पुलिस ने अब मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। एसीपी अभिषेक पांडे ने बताया कि रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्लीनिक की भूमिका संदेह के घेरे में
मृतक के परिजनों ने क्लीनिक के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों की मांग है कि क्लीनिक की जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। पुलिस ने संबंधित क्लीनिक और चिकित्सकों से पूछताछ शुरू कर दी है।