गाजियाबाद: में पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा के पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के विभाजन की मांग को दोहराते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा राज्य है, चाहे वह क्षेत्रफल की दृष्टि से हो या जनसंख्या की। इसके विभाजन की मांग कई वर्षों से की जा रही है, लेकिन अब तक किसी भी सरकार ने इस मांग को गंभीरता से नहीं लिया है।
पश्चिम प्रदेश निर्माण मोर्चा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 27 जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे इस क्षेत्र के लोगों को अपने कामों के लिए लखनऊ या इलाहाबाद जैसी दूरस्थ जगहों पर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे उनका समय और संसाधन बच सकेगा। इस मांग को लेकर मोर्चा ने जिलों के अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति, केंद्र सरकार के मंत्रियों और उत्तर प्रदेश के विधायकों और मंत्रियों को ज्ञापन सौंपा है।
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लेकिन राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया है। अब मोर्चा ने यह निर्णय लिया है कि वह हर जिले में कलेक्ट्रेट पर धरना देगा। इसी सिलसिले में, 2 अक्टूबर 2024, बुधवार को गाजियाबाद के कलेक्ट्रेट पर धरना आयोजित किया जाएगा। अगर इसके बाद भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो मोर्चा अपनी मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन करेगा।
बाइट:
- कर्नल सुधीर कुमार
- सत्यपाल सिंह
- अजय प्रमुख