spot_img
Thursday, December 5, 2024
-विज्ञापन-

More From Author

कब मनाई जाएगी छोटी दिवाली? जान लीजिए सही डेट और पूजा का महत्व

Choti Diwali 2024: हिंदू धर्म में दिवाली के त्यौहार का विशेष महत्व है। आपको बता दें कि दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी व्रत रखा जाता है। यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है। इस दिन दीप दान का विशेष महत्व होता है और भगवान श्री कृष्ण, यमराज जी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। ऐसे में आइए जानते हैं छोटी दिवाली कब मनाई जाएगी और इस दिन का क्या महत्व है?

कब मनाई जाएगी छोटी दिवाली?

वैदिक पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर को दोपहर 01:20 बजे शुरू हो रही है और यह तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 03:50 बजे समाप्त होगी। नरक चतुर्दशी के दिन सुबह के समय किए जाने वाले अभ्यंग स्नान का विशेष महत्व होता है, इसलिए इस वर्ष नरक चतुर्दशी व्रत या छोटी दिवाली 31 अक्टूबर 2024, गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन अभ्यंग स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 05:25 से 06:30 बजे के बीच रहेगा।

BLS स्कूल ने EMCT ज्ञानशाला के बच्चों के साथ मनाया ‘Children Day’,ये बड़े लोग रहे मौजुद

नरक चतुर्दशी 2024 शुभ मुहूर्त

नरक चतुर्दशी के दिन सुबह की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05:15 से 06:32 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही शाम की पूजा का सही समय शाम 05:35 से 06:50 बजे के बीच रहेगा। दान के लिए अभिजीत मुहूर्त बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, जो इस दिन सुबह 11:40 से 12:30 बजे के बीच रहेगा। शास्त्रों में बताया गया है कि नरक चतुर्दशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान और ध्यान करना लाभकारी होता है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 04:50 से 05:40 के बीच रहेगा।

नरक चतुर्दशी और छोटी दिवाली का महत्व

शास्त्रों में उल्लेख है कि नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध कर 16000 स्त्रियों को उसकी कैद से मुक्त कराया था। इसलिए इस खास दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ दीपदान का भी विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन चौमुखा दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है। नरक चतुर्दशी के दिन यमराज जी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है, जिससे व्यक्ति को आरोग्य और धन का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

नोएडा एक्सप्रेसवे पर होगा अंडरपास का निर्माण, पहली डायाफ्राम तकनीक का प्रयोग

Latest Posts

-विज्ञापन-

Latest Posts