India Expressway Project: भारत में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रा को तेज व सुगम बनाने के लिए कई बड़े एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। देशभर में 40 से ज्यादा नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं, जिनमें से कई का निर्माण इसी साल पूरा होने की उम्मीद है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जो राज्य के विकास को नई दिशा देंगे।
यूपी के प्रमुख एक्सप्रेसवे और उनकी प्रगति
उत्तर प्रदेश में चंबल एक्सप्रेसवे/अटल प्रोग्रेसवे (कोटा-इटावा) का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह 409 किमी लंबा 4 लेन का एक्सप्रेसवे होगा, जिसका भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रगति पर है। आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे भी 89 किमी लंबाई के साथ 6 लेन में प्रस्तावित है और इसका भूमि अधिग्रहण कार्य प्रगति में है। बलिया लिंक एक्सप्रेसवे बक्सर स्पर (UPEIDA) 116 किमी लंबा है और इसका निर्माण कार्य जारी है।
इसके अलावा, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे 63 किमी लंबाई और 6 लेन की क्षमता के साथ निर्माणाधीन है। वहीं, दुर्ग-आरंग एक्सप्रेसवे 92 किमी लंबाई और 6 लेन के साथ बन रहा है।
अन्य राज्यों के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स
उत्तर प्रदेश के अलावा, देश के अन्य हिस्सों में भी कई बड़े India Expressway Project बनाए जा रहे हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे (29 किमी, 8 लेन) का कुछ हिस्सा खोला जा चुका है। जालना-नांदेड़ समृद्धि एक्सप्रेसवे कनेक्टर (179 किमी, 6 लेन) पर काम जल्द ही शुरू होगा। नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे (802 किमी, 6 लेन) का भूमि अधिग्रहण जारी है।
इसके अलावा, पुणे आउटर रिंग रोड (173 किमी, 6/8 लेन) पर निर्माण कार्य हो रहा है। पुणे-बैंगलोर एक्सप्रेसवे (700 किमी, 6 लेन) की स्वीकृति केंद्र सरकार से लंबित है।
भविष्य के फायदे
इन India Expressway Project के निर्माण से न केवल सफर का समय घटेगा बल्कि राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को भी जबरदस्त फायदा मिलेगा। जाम की समस्या कम होगी और लोगों को अन्य राज्यों में भी आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी। खासकर यूपी में इन प्रोजेक्ट्स का पूरा होना राज्य के विकास को तेजी से आगे बढ़ाएगा।