Delhi Election: आम आदमी पार्टी और भाजपा के कई नाराज नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं। इनमें AAP के कुछ विधायक भी शामिल हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि दूसरी पार्टियो के इन नाराज नेताओं को टिकट देने से पार्टी को न केवल मजबूत उम्मीदवार मिलेंगे, बल्कि उनके समर्थकों का भी फायदा होगा। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस बची हुई 23 सीटों पर उम्मीदवार ढूँढ़ने का काम कर रही है और ऐसे में उसको दूसरी पार्टियों के नेताओं से फ़ायदा हो सकता है।
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AAP और BJP के टिकट की चर्चा
पार्टी इन सीटों पर AAP और BJP के नाराज नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है। ऐसे कई नेता कांग्रेस के संपर्क में बताए जा रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि इन नेताओं को टिकट देकर चुनावी गणित में अच्छा बदलाव लाया जा सकता है।कांग्रेस अब तक 47 उम्मीदवारों की दो सूचियां जारी कर चुकी हैं, जिनमें AAP के कुछ पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक शामिल हैं। तीसरी सूची तीन से चार दिन में आने की संभावना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि तीसरी सूची में महिलाओं और ग्रामीण पृष्ठभूमि के नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्या AAP और BJP के नेताओं को टिकट मिलेंगे
यह कदम पार्टी के सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन की नीति को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है। कांग्रेस का मानना है कि इससे महिला मतदाताओं का झुकाव कांग्रेस की ओर बढ़ेगा। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में जमीनी नेताओं को टिकट देकर गांवों में पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी।कांग्रेस इस बार अपने उम्मीदवारों को लेकर बेहद सतर्क नजर आ रही है। सूत्रों का कहना है कि तीसरी सूची में कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के चयन में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि पार्टी हर सीट पर जीतने की संभावना वाले उम्मीदवार उतारने की कोशिश कर रही है।
इसके लिए गहन मंथन और सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। कांग्रेस का मानना है कि इन प्रयासों से उसे चुनाव में बढ़त मिलेगी और वह दिल्ली में एक मजबूत चुनौती पेश कर सकेगी।
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