3. तीसरा दिन- (ग्रे): मां चंद्रघंटा की पूजा के लिए ग्रे रंग चुना जाता है, जो संतुलन और शक्ति को दर्शाता है। ग्रे रंग के कपड़े पहनें।
4. चौथा दिन -( नारंगी): मां कुष्मांडा को नारंगी रंग प्रिय है, जो ऊर्जा और सृजन का प्रतीक है। इस दिन नारंगी फल चढ़ाएं।
5. पांचवां दिन – (सफेद): मां स्कंदमाता की पूजा के लिए सफेद रंग शुद्धता और शांति का संदेश देता है। दूध और सफेद मिठाई अर्पित करें।
6. छठा दिन- (लाल): मां कात्यायनी को लाल रंग समर्पित है, जो साहस और प्रेम का प्रतीक है। लाल चुनरी और फूल चढ़ाएं।
7. सातवां दिन- (नीला): मां कालरात्रि की पूजा के लिए नीला रंग शक्ति और रहस्य को दर्शाता है। नीले वस्त्र पहनें।8.
8. आठवां दिन – (गुलाबी): मां महागौरी को गुलाबी रंग प्रिय है, जो सौंदर्य और कोमलता का प्रतीक है। गुलाबी फूल अर्पित करें।
9. नौवां दिन – (बैंगनी): मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए बैंगनी रंग समृद्धि और आध्यात्मिकता को दर्शाता है। इस रंग की माला चढ़ाएं।
मां दुर्गा से आशीर्वाद पाने का तरीका
नवरात्रि में मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए भक्तों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और मां की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएं। प्रत्येक दिन के रंग के अनुसार वस्त्र पहनें और मां को उसी रंग के फूल, चुनरी या प्रसाद अर्पित करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करना और मंत्र जाप करना भी शुभ माना जाता है। विशेष रूप से “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का जाप मां को प्रसन्न करता है। व्रत रखने वाले भक्त फलाहार लें और नौवें दिन कन्या पूजन के साथ व्रत का समापन करें।
नवरात्रि केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का भी एक अंग है। इस दौरान गरबा और डांडिया जैसे नृत्य आयोजन पूरे देश में उत्साह बढ़ाते हैं। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है और समाज में एकता को प्रोत्साहित करता है।