Ration Card: अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और सरकार की ‘मुफ्त राशन योजना’ का लाभ उठाते हैं, तो आपको यह अपडेट जरूर जानना चाहिए। वर्ष 2020 में कोविड महामारी (कोविड-19) के दौरान यूपी की योगी सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए केंद्र सरकार की तर्ज पर मुफ्त राशन योजना शुरू की थी। अब सरकार ने इसे बंद करने का फैसला किया है। इस संबंध में राज्य के सभी जिला आपूर्ति अधिकारियों ने आदेश दे दिए हैं.
गेहूं-चावल के लिए देना होगा भुगतान
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला मुफ्त राशन सितंबर तक मिलेगा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसे आगे ले जाने की बात कही जा रही है. लेकिन अब यूपी में योगी सरकार की मुफ्त राशन योजना बंद होने के बाद कार्डधारकों को गेहूं-चावल और अन्य सामग्री का भुगतान करना होगा.
सितंबर माह से लागू होगा नियम
कार्डधारकों को गेहूं के लिए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के लिए 3 रुपये प्रति किलो का भुगतान करना होगा। यह बदलाव जुलाई से लागू कर दिया गया है। यूपी में राशन वितरण दो महीने की देरी से चल रहा है। ऐसे में लाभार्थियों को सितंबर माह के राशन के एवज में भुगतान करना होगा।
15 करोड़ लोग होंगे प्रभावित
योगी सरकार ने इससे पहले कोविड महामारी के दौरान शुरू हुई मुफ्त राशन योजना को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया था। मार्च में सत्ता में लौटने के बाद इसे और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। यूपी में इस समय राशन कार्ड धारकों की संख्या 3.59 करोड़ है। इसमें 3.18 करोड़ परिवार राशन कार्ड धारक और 40.92 लाख अंत्योदय कार्ड धारक हैं। दोनों प्रकार के राशन कार्डों पर कुल आश्रित 14.94 करोड़ हैं।
अभी तक पात्र घरेलू कार्ड धारकों को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं दिया जाता है। वहीं अंत्योदय कार्ड धारकों को 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल दिया जाता है। सरकार अब तक यह राशन कोविड से मुफ्त दे रही थी। लेकिन अब आपको गेहूं के लिए 2 रुपये प्रति किलो और चावल के लिए 3 रुपये प्रति किलो देना होगा।