आध्यात्म, धर्म, का कारक ग्रह गुरु अभी वक्री चल रहा है। जो कि चन्द्रमा के नक्षत्र पर है, और उसकी राशि का स्वामी ग्रह शुक्र मीन राशि मे राहु के साथ पीड़ित हो रहा है। मंगल ग्रह बुध की राशि मे वक्री होकर गुरु के नक्षत्र मे चल रहा है। जो कि उत्पात अग्निकांड आदि का कारक ग्रह है। बुध मकर राशि सूर्य के नक्षत्र मे है। सूर्य मकर राशि व चंद्र के नक्षत्र मे है।शुक्र गुरु की राशि व गुरु के ही नक्षत्र मे है। जिसका dispositor वक्री है।
शनि कुम्भ राशि व गुरु के नक्षत्र मे है। नक्षत्र स्वामी वक्री है।अधिकतम सभी ग्रहों का सम्बन्ध गुरु ग्रह के साथ हो रहा है। एक गुरु के dispositor शुक्र व राहु एक साथ है। मीन एक जलीय राशि है।
अतः ऐसा धार्मिक क्षेत्र जो जल के किनारे हो एवं जहाँ भीड़ इकठ्ठा हो वहा पर दम घुटने के कारण व अफवाओ के कारण परेशानी का सामना करना पड़ेगा। चूकि राहु की विशेष भूमिका है। अतः षड्यंत्र का साया बना रहेगा।
ग्रहों की टेडी नजर बन रही योगी महाराज के अपशय का कारण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कुंडली मे राहु शुक्र के ऊपर से सूर्य का गोचर 12 फरवरी 2025 तक विवाद षड्यंत्र आरोप प्रत्यारोप,अपयश का कारण बना रहा है।जिसके चलते उन्हे अत्याधिक मानसिक तनाव उत्पन्न होगा और स्थिति प्रतिकूल प्रतीत होगी।अतः ऐसी स्थिति में उन्हे अत्यंत सावधानी एवं धैर्य से निर्णय लेने की आवश्यकता है।
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