Lucknow News: लखनऊ से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि फर्जी Junior Engineer (JE) बनकर एक युवक से 24 लाख रुपये ठग लिए गए। ठगों ने सरकारी भूखंड दिलाने का झांसा दिया और नकली दस्तावेजों से विश्वास जीतकर बड़ी रकम ऐंठ ली।
खास बात यह है कि ठगी का शिकार हुआ युवक जब न्याय के लिए थाने गया तो सीमा विवाद के बहाने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। फिलहाल कोर्ट के आदेश पर 10 महीने बाद मामला दर्ज हो पाया।
जानें पूरा मामला
लखनऊ के विकास नगर में रहने वाले मयंक वर्मा से 24 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जानकीपुरम निवासी मुश्ताक, उसकी रिश्तेदार अरशाला और काजी सैफ रहमान ने खुद को Lucknow Development Authority (LDA) से जुड़े बताते हुए मयंक से पैसे लिए। काजी सैफ रहमान ने खुद को LDA का Junior Engineer (JE) बताया और गोमती नगर व इंदिरा नगर में भूखंड दिलाने का वादा किया।
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आठ किस्तों में दिए पैसे
मयंक ने इन लोगों पर भरोसा कर आठ किस्तों में 24 लाख रुपये चेक के जरिए उनके परिवार के सदस्यों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। मुश्ताक ने LDA में जमा एक DD (Demand Draft) की फोटो कॉपी भी दी जो बाद में फर्जी निकली। जब मयंक ने मुश्ताक को फोन किया तो उसका फोन बंद मिला।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट
मयंक ने ठगी की शिकायत गाजीपुर थाने में कि। इंस्पेक्टर ने सीमा विवाद का हवाला देकर उन्हें विकास नगर थाने भेज दिया। विकास नगर थाने में भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई और फिर से गाजीपुर थाने भेज दिया गया। थानों से न्याय नहीं मिलने पर मयंक ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश के बाद 10 महीने बाद गाजीपुर थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि अब केस की जांच शुरू कर दी गई है।
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