UP Kisan Loan: उत्तर प्रदेश के किसानों को जल्द ही सस्ता ऋण मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिया है कि वे कृषक समृद्धि योजना के तहत किसानों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार करें। इस योजना के लागू होने पर किसानों को राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से भी कम ब्याज दर पर ऋण मिल सकेगा। वर्तमान में सहकारिता विभाग किसानों को लोन देता है, लेकिन इस लोन की ब्याज दर काफी ज्यादा होने की वजह से किसानों को भुगतान में दिक्कत होती है और कर्ज बढ़ता रहता है।
अभी सहकारिता विभाग नाबार्ड से करीब 8 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन लेता है, लेकिन किसानों को करीब 11.5 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से ऋण देना पड़ता है। इस उच्च ब्याज दर के कारण कई बार किसान लोन की राशि चुका नहीं पाते, जिससे उनके ऊपर कर्ज बढ़ जाता है और सहकारिता विभाग को भी नुकसान होता है। इस समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री योगी ने एक नई योजना बनाने का निर्देश दिया है।
सूत्रों की मानें तो इस UP योजना के तहत सहकारिता विभाग सरकार से लोन पर सब्सिडी मांग रहा है। यदि सरकार से 3-4 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है तो किसानों को दी जाने वाली ब्याज दर आठ प्रतिशत से भी कम हो सकती है। इससे किसानों को मिलने वाला ऋण सस्ता होगा और उन्हें लोन चुकाने में आसानी होगी।
UP सरकार इस सब्सिडी को दो तरीकों से वितरित कर सकती है। पहला, नाबार्ड से लिए गए लोन पर सहकारिता विभाग को सब्सिडी प्रदान करना, जिससे विभाग किसानों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा सके। दूसरा, किसानों के खातों में सीधे सब्सिडी की राशि भेजना, जिससे किसानों को वित्तीय मदद सीधे मिले। इस योजना की रूपरेखा और वितरण प्रक्रिया पर अभी काम चल रहा है और प्रस्ताव का अंतिम प्रारूप जल्द ही तैयार होगा।
इस UP योजना के लागू होने से यूपी के किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे और उनकी खेती की लागत कम होगी। सस्ते लोन मिलने से किसान खेती-बाड़ी में बेहतर निवेश कर पाएंगे, जिससे उनकी पैदावार और आमदनी में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल किसानों को आर्थिक मदद देने और उनकी स्थिति सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल किसानों की आर्थिक परेशानी कम होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
आने वाले समय में कृषक समृद्धि योजना के तहत किसानों को मिलने वाले सस्ते लोन से यूपी के कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है, जो राज्य के विकास में सहायक साबित होगा।