CM Yogi: उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को अलीगढ़ जिले में हुआ था और 21 अगस्त 2021 को उन्होंने अंतिम सांस ली। CM योगी ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में सुशासन के संस्थापक, श्री राम मंदिर आंदोलन के अग्रदूत, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ का समाज के पुनर्निर्माण में अविस्मरणीय योगदान है।’’उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (कल्याण सिंह) अपने जीवन का एक-एक क्षण समाज व राष्ट्र की सेवा में लगा दिया था।
योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
सेवा, सुशासन और सामाजिक न्याय के लिए सदैव समर्पित रहे पद्म विभूषण श्रद्धेय ‘बाबूजी’ की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!’’उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक पोस्ट में कहा ‘‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पद्म विभूषण से सम्मानित आदरणीय कल्याण सिंह जी को जयंती पर श्रद्धापूर्ण नमन !’’मौर्य ने कहा, ‘‘बाबूजी का जीवन उनके सिद्धांतों, निडरता एवं लोक सेवा के प्रति अटूट समर्पण का प्रतीक रहा। उनका ‘न कोई पछतावा, न कोई पश्चाताप, न कोई दुःख, न ही कोई शोक’ का मूलमंत्र उनकी गंभीरता तथा आत्मिक सत्यता का प्रतीक रहने के साथ-साथ हम सभी का राष्ट्रोत्थान व सांस्कृतिक पुन:जागरण के प्रति मार्गदर्शन करता रहेगा।’
उत्तर प्रदेश को नई दिशा दी
पाठक ने पूर्व मुख्यमंत्री को राम मंदिर आंदोलन का “अग्रणी” और सेवा, सुशासन और सामाजिक न्याय का प्रतीक बताया।उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि सिंह ने अपना जीवन राष्ट्र और भगवान राम को समर्पित कर दिया और वह हमेशा सभी को राष्ट्र और धर्म की सेवा करने के लिए प्रेरित करेंगे।कल्याण सिंह एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। उन्होंने दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के दौरान वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।