Champion’s controversy: उत्तराखंड के रुड़की में पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन और मौजूदा विधायक उमेश कुमार के बीच चल रहे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। सोशल मीडिया पर बयानबाजी से शुरू हुआ यह विवाद सड़कों पर गोलीबारी और तोड़फोड़ तक पहुंच गया। खानपुर में उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर चैंपियन और उनके समर्थकों ने फायरिंग की, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। घटना का वीडियो खुद चैंपियन ने सोशल मीडिया पर डाला, जिससे मामला और गरमा गया।
शनिवार रात इस विवाद की शुरुआत हुई, जब चैंपियन ने उमेश कुमार पर सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधा। इसके जवाब में उमेश ने लाइव आकर उन्हें चुनौती दी। इस पर चैंपियन समर्थकों के साथ उमेश के घर पहुंचे, लेकिन वहां वह नहीं मिले। इसके बाद चैंपियन ने उनके कैंप कार्यालय पर जाकर फायरिंग और तोड़फोड़ की। प्रशासन ने स्थिति संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया, लेकिन इस घटना ने लोगों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है।
Champion’s का विवादों से पुराना नाता
लंढौरा के गुर्जर राज परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रणव सिंह चैंपियन की राजनीति जितनी प्रभावशाली रही है, उतनी ही विवादास्पद भी। 2002 से 2022 तक चार बार विधायक रह चुके चैंपियन का नाम हमेशा विवादों में रहा है। 2003 में उन पर मगरमच्छ के शिकार का आरोप लगा था, जबकि 2009 में मंगलौर में हवाई फायरिंग का मामला दर्ज हुआ।
2015 में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पार्टी में फायरिंग और 2017 में बंदूकों के साथ डांस करने का उनका वीडियो वायरल हुआ। इसके चलते भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया था।
उमेश कुमार और Champion’s के बीच अदावत
2022 के विधानसभा चुनाव में उमेश कुमार ने खानपुर सीट से चैंपियन को हराया था। इसके बाद से दोनों के बीच राजनीतिक अदावत लगातार बढ़ती गई। मौजूदा विवाद ने इस दुश्मनी को गैंगवार जैसे हालात में बदल दिया है।
घटना के बाद पुलिस ने दोनों नेताओं पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लेकिन जनता और प्रशासन के लिए यह राजनीतिक संघर्ष एक बड़ी चुनौती बन गया है।