Ghaziabad News: गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में एक मामूली खांसी का इलाज कराना 40 वर्षीय इरफान अली के लिए जानलेवा साबित हुआ। इस घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने खांसी की शिकायत पर गलत इंजेक्शन लगाया जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। कुछ ही घंटों के भीतर इरफान की मौत हो गई और अब डॉक्टर मौके से फरार है।
जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित खोड़ा की लोकप्रिय विहार कॉलोनी में एक निजी चिकित्सक द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान 40 वर्षीय इरफान अली के रूप में हुई है जो पेशे से ठेकेदार थे। यह घटना 29 नवंबर को हुई जब इरफान ने खांसी की शिकायत पर पास के ही एक निजी डॉक्टर आकिल से परामर्श लिया था।
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गलत इंजेक्शन से बिगड़ी तबीयत
इरफान की पत्नी सितारा के मुताबिक, डॉक्टर ने खांसी के इलाज के दौरान उन्हें एक इंजेक्शन लगाया और दवाइयां दीं। इसके बाद इरफान सो गए लेकिन सोते समय उनकी सांस लेने में तकलीफ होने लगी। स्थिति गंभीर होने पर परिजन उन्हें दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
डॉक्टर फरार, परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
इस घटना के बाद परिजनों ने खोड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई। परिवार ने बताया कि डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकार की थी लेकिन घटना के बाद से वह फरार है और उसकी क्लिनिक भी बंद है। मृतक के परिजनों ने इरफान का पोस्टमार्टम कराया लेकिन पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि मौत की वजह को रिपोर्ट में नहीं बताया गया।
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न्याय की गुहार
इरफान अली अपने परिवार के मुख्य कमाने वाले सदस्य थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे, और एक बेटी हैं। परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर सही जांच न करने और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है। पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले में अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। डॉक्टर की तलाश जारी है।